ज़िम्मेदारी लेना सीखिए?

 ज़िम्मेदारी लेना सीखिए

हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी से भागता रहता है उसे लगता है कि यह मेरी जिम्मेदारी नहीं है लेकिन वह जिम्मेदारी उसी की होती है इस आर्टिकल्स के जरिए इस कहानी के जरिए आप समझेंगे की जिम्मेदारी किस तरीके से लें और जिम्मेदारी लेना क्यों आवश्यक है इस आर्टिकल्स को पूरा जरूर पढ़ें

 कॉलेज की एक कक्षा के चार दोस्त ..। चारों शरारती । एक रात चारों देर तक घूमते रहे । मौज – मस्ती करते रहे । अगले दिन परीक्षा थी । परीक्षा से बचने के लिए चारो ने दिमाग लगाया । उन्होंने अगली सुबह अपने कपड़ों पर ग्रीस और तेल लगा लिया । और अध्यापक के पास जाकर बोले- सर , कल रात एक शादी से लौटते वक्त कार का टायर फट गया था । पूरी रात कार को धकेलते हुए घर लाना पड़ा , इसलिए आज हम चारों परीक्षा देने की स्थिति में नहीं हैं । अध्यापक ने कहा- ठीक है , तुम लोग आराम कर लो । तीन दिन बाद तुम्हारी परीक्षा होगी । तीसरे दिन , वे अध्यापक के सामने थे । अध्यापक ने कहा- चलो तुम्हारी परीक्षा शुरू करते हैं । लेकिन चारों को अलग – अलग कमरों में बैठना होगा । बहरहाल , पर्चा सामने आया । सामने दो सवाल थे । 1 ) आपका नाम ? ( 1 अंक ) 2 ) कार का कौन सा टायर फटा था ? ( 99 अंक ) विकल्प – ( अ ) फ्रंट लेफ्ट ( ब ) फ्रंट राइट ( स ) बैक लेफ्ट ( द ) बैक राइट  चारों के जवाब में कुछ ना कुछ अलग था टीचर समझ गए इन्होंने झूठ बोला है फ्री टीचर ने चारों को बुलाया और उन्हें समझाया झूठ बोलने अच्छी बातें नहीं है तुम मेहनत करो बेहतर कर सकते हो क्यों झूठ बोलकर तुम परीक्षा से नहीं बच सकते चारों मित्र समझ गए और वह अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरीके से पूरा करने लगे

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