गुस्से से कैसे लड़े जीतें ?
यह छोटी सी कहानी आपको बहुत अच्छी सिख देगी।
गुस्सा हर एक इंसान का दुश्मन होता है गुस्सा इंसान से ना जाने बहुत सारी गलतियां करवा जाता है और गलती है में लोग अपनी बहुत सी चीजें तोड़ देते हैं जिससे उनको आगे गुस्सा कम होने के बाद पता चलता है कि मैंने बहुत सी नुक्सा ने कर ली तो आज आप गुस्से पर कैसे काबू कर सकते हैं गुस्से से कैसे जीत सकते हैं इस बारे में मैं आपको बताने वाला हूं एक कहानी के जरिए इस कहानी को पूरा जरूर पढ़ें इससे आपको बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी
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एक छोटा बच्चा था । बेहद गुस्सैल । एक दिन पिता ने उसे सबक सिखाने के लिए कीलों से भरा एक थैला दिया । और कहा- जब भी तुम्हे गुस्सा आए तो इसमें से एक कील निकालकर सामने लगे बोर्ड में ठोक देना । पहले ही दिन बच्चे ने बोर्ड में 37 कीलें ठोक दीं । लेकिन धीरे – धीरे वो गुस्से पर काबू करना सीख गया । कुछ हफ्तों बाद वह पिता के पास पहुंचा और बोला- आज मुझे एक भी कील ठोकने की जरूरत नहीं पड़ी । अब उसके पिता ने कहा- अब एक नया काम को , जिस दिन तुम्हे गुस्सा ना आए , उस दिन बोर्ड में से एक कील वापस बाहर निकाल लो । एक दिन बोर्ड पूटा खाली हो गया । बेटे ने पिता को खुश होते हुए यह बात बताई । पिता उसे बोर्ड के पास लेकर गए और बोले- देखो , इन कीलों ने जो नुकसान इस बोर्ड को पहुंचाया है । वैसा ही नुकसान हमाटा गुस्सा सामने वाले व्यक्ति को पहुंचाता है । जिस तरह यह बोर्ड अब कभी ठीक नहीं हो सकता , ठीक वैसे ही गुस्से से जो नुकसान होता है , उसकी क्षति पूर्ति कभी नहीं हो सकती ।
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